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तेरा वैभव अमर रहे मां हम दिन चार रहें न रहें कभी विश्व गुरु रहे भारत की धर्म संस्कृति की पताका, विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये। कभी श्रापित हनुमान अपनी शक्तिओं का विस्मरण कर चुके थे, जामवंत जी के स्मरण कराने पर वे राक्षसी शक्तियों को परास्त करते हैं। आज इस समाज को राह दिखायेगा युग दर्पण, Media Samooh YDMS👑 9971065525, 9540007991, 9910260268, 9999777358
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Showing posts from October, 2010
Posted by
Tilak Relan
मानवता हितार्थ के निहितार्थ?
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